हाइपरट्रिकोसिस एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें उम्र, लिंग और नस्ल से अधिक मात्रा में शरीर के किसी भी हिस्से पर बाल उगते हैं। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है। यह जानलेवा नहीं होती, लेकिन यह आत्म-विश्वास और जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है।
यह प्रकार जन्म के समय से होता है और अक्सर जेनेटिक कारणों से होता है।
2. अधिग्रहीत हाइपरट्रिकोसिसयह जीवन के बाद के चरणों में विकसित होता है और यह दवाओं, हार्मोन असंतुलन या कुछ बीमारियों के कारण हो सकता है।
इसके कारण अलग-अलग प्रकार पर निर्भर करते हैं:
1. जन्मजात हाइपरट्रिकोसिसयह जेनेटिक होता है और परिवार में आने वाली जेनेटिक म्यूटेशन के कारण बालों की असामान्य ग्रोथ होती है।
2. अधिग्रहीत हाइपरट्रिकोसिसइसके संभावित कारण:
दवाएं: कुछ दवाएं जैसे मिनॉक्सिडिल (बालों के झड़ने के इलाज में), साइक्लोस्पोरिन और फिनाइटॉइन अतिरिक्त बाल उगने का कारण बन सकती हैं।
हार्मोनल असंतुलन: पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी समस्याएं हार्मोन असंतुलन के कारण हाइपरट्रिकोसिस को जन्म देती हैं।
कुपोषण: खासकर बचपन में गंभीर कुपोषण के कारण यह समस्या हो सकती है।
कैंसर: कुछ विशेष प्रकार के कैंसर जो हार्मोन बनाते हैं, वे भी यह समस्या पैदा कर सकते हैं।
हाइपरट्रिकोसिस की पहचान करने के लिए डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री, फिजिकल एग्जाम और कुछ अतिरिक्त टेस्ट कर सकते हैं। कॉस्मेटोलॉजिस्ट या हेल्थकेयर प्रोफेशनल आपसे पारिवारिक इतिहास, दवाओं के इस्तेमाल और अन्य लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं। ब्लड टेस्ट के जरिए हार्मोन स्तर की जांच की जाती है और अन्य बीमारियों को बाहर किया जाता है।
अगर यह स्थिति किसी दवा या बीमारी की वजह से हुई है, तो दवा बंद करने या बीमारी का इलाज करने पर बालों की ग्रोथ कम हो सकती है।
इससे बचाव इसके कारणों पर निर्भर करता है:
जेनेटिक हाइपरट्रिकोसिस: अगर यह आनुवंशिक कारणों से है, तो इसे रोकना मुश्किल होता है। जिन परिवारों में यह होता है, उनके लिए जेनेटिक काउंसलिंग उपयोगी हो सकती है।
दवाओं से होने वाली स्थिति: अगर आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं जो हाइपरट्रिकोसिस का कारण बन सकती हैं, तो डॉक्टर से विकल्प पर बात करें।
हार्मोन असंतुलन: PCOS या एड्रिनल डिसऑर्डर जैसी बीमारियों का इलाज करके इसे रोका जा सकता है।
स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज और तनाव कम करने से भी बालों की असामान्य ग्रोथ को रोका जा सकता है।
इस स्थिति में उम्र, लिंग और नस्ल के हिसाब से सामान्य से अधिक बाल उगते हैं। मोटे और गहरे रंग के बाल ऐसे हिस्सों पर बढ़ जाते हैं जहां सामान्यतः इतने बाल नहीं होते, जैसे चेहरा, पीठ, कंधे और बाजुएं।
इसका कोई पक्का इलाज नहीं है, लेकिन उपचार से बालों की ग्रोथ को कंट्रोल किया जा सकता है। लेजर हेयर रिमूवल और इलेक्ट्रोलाइसिस जैसे उपाय लंबे समय तक राहत देते हैं।
इलाज के विकल्पों में शेविंग, वैक्सिंग, लेजर हेयर रिमूवल, इलेक्ट्रोलाइसिस और हेयर ग्रोथ कम करने वाली क्रीम शामिल हैं।